Pramod Krishnam
Spread the love

Pramod Krishnam क्यू हुए निस्कासित?

कांग्रेस पार्टी के चर्चित नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को पार्टी ने अनुशासनहीनता का हवाला देते हुए 6 साल के लिए नीलाम्बित कर दिया है, ये एक्शन का करण उनके लगातार पार्टी के खिलाफ दिए जा रहे बयानों को मन जा रहा है.

सबकी शुरुआत कांग्रेस पार्टी में राम मंदिर उद्घाटन के निमंत्रण को ठुकराने के बाद से हुई, जिसे कृष्णम काफी दुखी थे और कांग्रेस पार्टी के लिए गए इस फैसले को गलत बताते हुए खुले तौर पर आलोचना भी की थी जिसकी चलती पार्टी के आलाकमान उनसे नखुश चल रहे थे।

Pramod Krishnam कौन है?

प्रमोद कृष्णम का जन्म 4 जनवरी 1965 को बिहार के एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था, कृष्णम ने संभल में श्री कल्कि फाउंडेशन की नीव रखी थी साथ ही वे कल्कि धाम के पीठाधीश्वर भी हैं, कृष्णम ने 2014 के चुनाव में संभल से कांग्रेस पार्टी का टिकट से चुनाव लड़ा था जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था, और फिर 2019 में भी लखनऊ से मिले कांग्रेस के टिकट पर दोबारा हार गए थे।

Pramod Krishnam ने निस्कासन के बाद क्या कहा?

पार्टी से नीलांबित होने के बाद कृष्णम ने कांग्रेस पार्टी को धन्यवाद देते हुए कहा कि मेरे सिर से एक बोझ हट गया जिसके लिए मैं कांग्रेस पार्टी के आलाकमान का एहसानमंद हूं, माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के निर्माण को ठुकराने पर की गई कृष्णम की टिपानी और फिर कल्कि धाम के शिलान्यास केन के लिए प्रधानमंत्री मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और स्मृति ईरानी को अमंत्रित करने से पार्टी उनसे नाराज हो गई जिसके चलते कृष्णम पर अनुशासनहिंता का आरोप लगाते हुए उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से नीलाम्बित कर दिया गया।

प्रमोद कृष्णम को पार्टी से नीलाम्बित करके कांग्रेस उन्हें सबक सिखाना चाहती थी लेकिन कृष्णम ने इस बात पर खुशी ज़ाहिर करके कांग्रेस को ही झटका दे दिया, माना जाता है कि कृष्णम को महसुस हो रहा था, राम मंदिर का विरोध करते हुए कांग्रेस पार्टी सनातन का विरोध करने लगी है जिसे कृष्णम काफी आहत थे।

यह भी पढे –

By Ankit Kumar

राम राम सारे ने - मेरा नाम Ankit Kumar है ऑर मैं आईटी प्रोफेशनल हूँ। पिछले 5 वर्षों से इस फील्ड मे काम कर रहा हूँ। मैं एक Digital Marketer और Content Creator भी हूँ। मैं भारतसंबाद मे एडिटर रोल का काम कर रहा हूँ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *